जैसे की आप जानते ही है की सभी कुछ न कुछ एडवेंचर करने में लोग दिलचप्सी दिखाते है लेकिन कभी कभी एडवेंचर उनकी ही घटना का कारण बन जाता है।
ऐसा ही किस्सा सामने आया है पनडुब्बी में बैठ कर जाने वाले वो 5 लोग जिन्होंने टाइटैनिक के को देखने की चाहत में समंदर के भीतर समंदर के ही हो कर रह गए।
जिसमे से बताया जा रहा है की एक रिसर्चर भी थे और बिज़नेस मैं और उनका बेटा और भी लोग इस पनडुब्बी में सवार थे 5 लोगो का समहू समंदर के आगोश समा गया।
बताया जा रहा है की जब पनडुब्बी को समंदर की सतह से गहराई में जाना था तो सब कुछ ठीक चल रहा था जैसे ही पनडुब्बी अपनी सतह से समंदर की गहराई की तरफ बढ़ रही थी तो अचानक से उसका सम्पर्क टूट गया
और उसके बाद उस पनडुब्बी का वापिस बाहर न आना , पनडुब्बी में सभी की मौत हो जाना यह एक और रहस्य बन कर रह गया।
इसलिए कुदरत कब किस समय अपना ढंग दिखा दे कोई नहीं जानता इसलिए उन पांचो पनडुब्बी सवार लोगो नही यह सोचा भी नहीं होगा की की उनकी जीवन लीला समंदर के गहरई में जाकर समाप्त हो जाएगी।
सूर्ये की किरणे भी समंदर के की हद तक ही सीमित है उसके बाद फिर बताया जाता है की अँधेरा शुरू होता है जो की आपके पनडुब्बी की लाइट के साहरे आप अपने यात्रा करते है। सुनने मे यह भी आया की लाइट भी सिर्फ और सिर्फ कुछ मीटर तक ही पहुँच रखती है बहार किया हो रहा है उस वक़्त उन 5 पांच यत्रियों को मालूम भी नहीं था।
इतनी गहराई में जाकर सम्पर्क टूटना लेकिन उस वक़्त एक उपकरण की सहायता से ही आप अपना रास्ता तय कर पाते है . यह पनडुब्बी ज़ायदा बड़ी भी नहीं थी सिर्फ एक एडवेंचर टूर के लिए निजी कपनी के तरफ से त्यार की गई थी। जिसकी लगभग 22 फ़ीट लम्बाई बताई जा रही है।
हालांकि, पनडुब्बी की कंपनी ओशन गेट का कहना है कि मलबा देखने गए पांचों यात्री अब हमारे बीच नहीं रहे। अमेरिकन पोस्टगार्ड ने भी इनकी पुष्टि कर दी है।
लेकिन समंदर के भीतर एक और रहस्य बन कर रह गया।
आपको बता दे की ब्रिटेन के एक व्यवसायी भगवान का शुक्रिया न करते हुए थक रहे हैं। दरअसल, व्यवसायी ने अंतिम समय में न जाने का फैसला लिया था।
ब्रिटेन के डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायी क्रिस ब्राउन टाइटैनिक के मलबे को देखने की साहसिक यात्रा का अपना फैसला बदलने के लिए अपने भाग्य को धन्यवाद दे रहे हैं
बताया जा रहा है की टैइटन की टेल कोण मतलब पीछे का हिस्सा खोज लिया गया है और भी साथ में कुछ हिस्से जो टाइटेनिक के आगे की हिस्से से तकरीबन 1600 फुट की दूरी पर मिला। समंदर के भीतर रिमोट ऑपरेटेड वीकल की मदद से यह सब जानना सम्भव हो पाया।
अमेरिका कॉस्ट गार्ड के रयर एडमिरल जान मागर ने यह जानकारी दी यह भी बताया गया की पनडुब्बी का संपर्क उसके जहाज पोलर प्रिंस से टूट गया था ।
ऑनलाइन हैडलाइन स्पेशल
नेत्रा कपूर -