हम जिसकी बात करने जा रहे है उस वायरस का नाम है डेंगू वायरस।
किस मच्छर से काटने से होता है
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर धारियां होती हैं। मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद यानी जुलाई से अक्टूबर सबसे ज्यादा फैलता है। ऐडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता।
यह मछर बड़ा हे खतरनाक होता है।
-खाने में हल्दी, अजवाइन, अदरक, हींग का ज्यादा-से-ज्यादा इस्तेमाल करें।
-इस मौसम में पत्ते वाली सब्जियां, अरबी, फूलगोभी न खाएं।
-हल्का खाना खाएं, जो आसानी से पच सके।
-पूरी नींद लें, खूब पानी पीएं और पानी को उबालकर पीएं।
-मिर्च मसाले खाने के शोकीन है तो या याद रहे सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं हम तो यह कहेगे अगर मसाला खाना ही है तो कम से कम खाएं।
मच्छरों से बचाव के उपाय
-ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका हो ताकि मछर काट न सके । बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है । ऐसे सीजन में निक्कर व टी-शर्ट न पहनाएं।
-बच्चों को मच्छर भगाने की क्रीम लगाएं रात को मच्छरदानी लगाएं।
- जितना हो सके घर में साफ़ सफाई रखे।
बिना डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी मेडिसिन न खाये इससे आपको नुक्सान हो सकता है।
अगर आपको बुखार लगता है तो आराम कीजिये अपने चकित्स्क को दिखाईए।
कियों की इस वक़्त सी -19 वायरस के साथ साथ अब डेंगू वायरस का आना भी हो सकता है । इसलिए अपना ख्याल रखिये।
हम सब सुनते है इसके बारे में जानते भी है .
डेंगू किया है ?
डेंगू किया है ?
डेंगू बुख़ार एक संक्रमणहै जो डेंगू वायरस के कारण होता है। डेंगू बुख़ार को कई लोग "हड्डीतोड़ बुख़ार" के नाम से भी पुकारते है , क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द हो सकता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट गयी हों. मच्छर डेंगू वायरस को संचरित करते (या फैलाते) हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि शब्द "डेंगू" कहां से आया। कुछ लोगों का मानना है कि यह शब्द स्वाहीली के वाक्यांश का-डिंगा पेपो से आया है। यह वाक्यांश बुरी आत्माओं से होने वाली बीमारी के बारे में बताता है। माना जाता है कि स्वाहीली शब्द डिंगा स्पेनी के शब्द डेंगू से बना है। इस शब्द का अर्थ है "सावधान"
![एडीज - विकिपीडिया](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/2/2c/Aedes_aegypti_CDC-Gathany.jpg)
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर धारियां होती हैं। मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद यानी जुलाई से अक्टूबर सबसे ज्यादा फैलता है। ऐडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता।
यह मछर बड़ा हे खतरनाक होता है।
एडीज एजिप्टी, येलो फीवर मच्छर, जो डेंगू बुखार, चिकनगुनिया, जीका बुखार, मायारो और पीले बुखार के वायरस और अन्य रोग एजेंटों को फैला सकता है। देखा जाए तो वैसे आपने तो सुना होगा सिर्फ द डेंगू शब्द लकिन इसकी भी कुश श्रेणियाँ होती है यह तीन प्रकार का डेंगू होता है :
कितने तरह का होता है डेंगू
1. क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार
2. डेंगू हैमरेजिक बुखार (DHF)
3. डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS)
1. क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार
2. डेंगू हैमरेजिक बुखार (DHF)
3. डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS)
डॉक्टर्स ने यह जाना की किया किया लक्षण हो सकते है।
डेंगू वायरस दिखाती एक उच्च आवर्धन छवि
डेंगू बुख़ार का पहला वर्णन 1779 में लिखा गया था। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में वैज्ञानिकों ने यह जाना कि बीमारी डेंगू वायरस के कारण होती है तथा यह मच्छरों के माध्यम से संचरित होती (या फैलती) है। लक्षण बुखार आना, ठंड लगना ,मांसपेशी व जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस करना , चक्कर आना रक्त में platelets की संख्या कम होना, नब्ज कमजोर चलना। ..इस प्रकार से उस वक़्त इसको जांचा गया देखा गया समझा गया.
अगर हम डिटेल में बात करने लगे तो शायद यह समझना मुश्किल होगा। लकिन हम आपको इससे बचने के उपाए बताते है।
बचने के उपाय
- सप्ताह में एक बार, गीले कंटेनर, सील और / या उन्हें त्यागने वाले अंडे को रगड़ कर साफ़ करें। मच्छर स्थिर पानी के क्षेत्रों में प्रजनन करना पसंद करते हैं, जैसे फूल फूलदान, खुला बैरल, बाल्टी, और टायर को त्याग दिया,
- लेकिन सबसे खतरनाक क्षेत्र गीला शॉवर फर्श और शौचालय टैंक हैं, क्योंकि वे मच्छरों को निवास में प्रजनन करने की अनुमति देते हैं। शोध से पता चला है कि पानी के कंटेनरों में बैक्टीरिया से निकलने वाले कुछ रसायन मादा मच्छरों को अपने अंडे देने के लिए प्रेरित करते हैं। वे विशेष रूप से पानी के कंटेनरों में अंडे देने के लिए प्रेरित होते हैं, जिसमें पानी में पत्तियों और अन्य कार्बनिक पदार्थों के क्षरण में शामिल बैक्टीरिया से जुड़े विशिष्ट फैटी एसिड की सही मात्रा होती है। [6]
- दिन और शाम के समय बाहर जाने पर लंबे बाजू के कपड़े और लंबे पतलून पहनें।
- यदि बेड वातानुकूलित या स्क्रीन वाला न हो, और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए मच्छर भगाने वाले कीटनाशक पर्मेथ्रिन से उपचारित न करें, तो बिस्तर पर मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- घर में एवं घर के आसपास पानी एकत्र ना होने दें, साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- यदि घर में बर्तनों आदि में पानी भर कर रखना है तो ढक कर रखें। यदि जरुरत ना हो तो बर्तन खाली कर के या उल्टा कर के रख दें।
- कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें। यदि पानी की जरूरत ना हो तो कूलर आदि को खाली करके सुखायें।
- ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें।
- मच्छर रोधी क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का प्रयोग मच्छरों के बचाव हेतु करें।
- एडीज मच्छर सौ मीटर से अधिक उड़ने में असक्षम होते हैं। अतः अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखकर आप डेंगू संक्रमण की संभावना घटा सकते हैं।[
- चूँकि ये मच्छर दिन में काटते हैं, दिन के समय खिड़की-दरवाज़े बंद रखना भी इन्हें दूर रखने में कारगर सिद्ध हो सकता है।
जितना वातावरण शुद्ध होगा उतना आप सुरक्षित है।
अपने खान पान का तरीका बदले
-ठंडा पानी न पीएं, मैदा और बासी खाना न खाएं।-बहार का खाना मत खाइये . घर में बनाये अच्छी तरह पकाएं-खाने में हल्दी, अजवाइन, अदरक, हींग का ज्यादा-से-ज्यादा इस्तेमाल करें।
-इस मौसम में पत्ते वाली सब्जियां, अरबी, फूलगोभी न खाएं।
-हल्का खाना खाएं, जो आसानी से पच सके।
-पूरी नींद लें, खूब पानी पीएं और पानी को उबालकर पीएं।
-मिर्च मसाले खाने के शोकीन है तो या याद रहे सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं हम तो यह कहेगे अगर मसाला खाना ही है तो कम से कम खाएं।
तला हुआ खाना न खाएं भूख से कम खाएं, पेट भर न खाएं।
-खूब पानी पीएं लकिन याद रहे बहुत अधिक पानी पीने लेकिन उतना लीजिये जितना आपके शरीर जरूरत है ।
-खूब पानी पीएं लकिन याद रहे बहुत अधिक पानी पीने लेकिन उतना लीजिये जितना आपके शरीर जरूरत है ।
छाछ, नारियल पानी, नीबू पानी आदि खूब पिएं।
- ध्यान रहे खाना खाने के बाद एक दम से सैर भी नहीं करनी चाहिए
-डाइट को बैलेंस रखे।
मच्छरों से बचाव के उपाय
-ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका हो ताकि मछर काट न सके । बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है । ऐसे सीजन में निक्कर व टी-शर्ट न पहनाएं।
-बच्चों को मच्छर भगाने की क्रीम लगाएं रात को मच्छरदानी लगाएं।
- जितना हो सके घर में साफ़ सफाई रखे।
बिना डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी मेडिसिन न खाये इससे आपको नुक्सान हो सकता है।
अगर आपको बुखार लगता है तो आराम कीजिये अपने चकित्स्क को दिखाईए।
कियों की इस वक़्त सी -19 वायरस के साथ साथ अब डेंगू वायरस का आना भी हो सकता है । इसलिए अपना ख्याल रखिये।
व्यक्तिगत सुरक्षा:-मच्छरदानी, रिपलेंट, शरीर को ढक के रखना, तथा प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहना।
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